बुधवार, 3 फ़रवरी 2010

बाघ और उसकी प्रजाति को बचाना होगा.


क्या आप जानते हैं कि पूरे भारत में बाघों कि संख्या गहत कर मात्र १४११ रह गयी है जो पर्यावरण के लिए घातक है। इन दिनों पूरे देश में एक अभियान इस विषय को लेकर चलाया जा रहा है वह है जनता में इसके प्रति जागरूकता लाना एस एम् एस के माध्यम से ब्लॉग के माध्यम से, आपस में बातचीत के द्वारा और समाचार पत्रों और विभिन्न चेनलों के द्वारा यह सनेश आम जन मानस में प्रसारित और प्रचारित करना ही एक मात्र हल है जिस्सके द्वारा लोगों को यह बताना होगा कि वह बाघों के शिकार को रोकने और इनके प्रजनन के प्रति गंभीरता से सोचें। आइये हाथ मिलाकर इस अभियान को सफल करें।

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