रविवार, 14 फ़रवरी 2010


समय सापेक्ष का फरवरी अंक प्रकाशित हो चुका है

पूना में आतंकी हमला 9 मरे ५० घायल

पूना । २६/११ के बाद का सबसे बड़ा आतंकी हमला फिर पूना में आख़िरकार आतंकवादियों ने कर ही दिया जिसमे ९ लोगों के मरने कि फिलहाल पुष्टि कि जा चुकी है जबकि घायलों कि संख्या ५० को पार कर चुकी है.गृह मंत्री आज पूना पंहुंच रहे हैं। सानिया गाँधी ने अफ़सोस जाहिर किया है।

सोमवार, 8 फ़रवरी 2010

मथुरा में इंदिरा आवासों को अपात्रो को दिया

मथुरा । मांट के नोहझील ब्लाक के गाँव लोहाई में अपात्रों को इंदिरा आवास योजना का लाभ दिए जाने का सनसनी खेज मामला सामने आया है । यहाँ तमाम ऐसे व्यक्तियों को आवास दे दिए गए हैं जो पहले से ही इस योजना लाभ ले चुके हैं। यह सब ब्लाक कर्मचारियों कि मिलीभगत से हुआ है। पूर्व विधायक कुशलपाल सिंह ने इस बारे में डी एम् मथुरा से शिकायत करते हुए इस पूरे प्रकरण कि निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया है । इस सन्दर्भ में तहसील दिवस में भी यह शिकायत रह्की गयी थी किन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई।

रविवार, 7 फ़रवरी 2010

मथुरा में लगातार अपराधों में वृद्धि से आतंकित आम जन

मथुरा में हो रही लूट अपहरण और डकैती से पुलिस कि कार्य प्रणाली पर एकाएक सवालिया निशाँ लग लाया है ,वहीँ आम जन मानस भी बुरी तरह से आहात हो चुके हैं.पिचले एक पखवारे से जिले में दिन प्रति दिन लूट ,अपहरण और डकैती कि वारदातों में लगातार इजाफा होने से अब पुलिस कि कार्यप्रणाली शक के घेरे में आगई है वहीँ अपराधियों के होसले बुलंद हैं। हालत यह हो गयी है कि आये दिन कंही कैश लुटा तो कंही बैक के ऐ टी एम् से रकम गायब तो कंही डकैती और लूटपाट कि घटनाये आम आदमी को पुलिस कि मिलीभगत होने का शक पैदा कर रहीं हैं।

शनिवार, 6 फ़रवरी 2010

मथुरा में यमुना प्रदूषण मुक्ति कि पोल खुली


मथुरा। यमुना प्रदूषण मुक्ति को लेकर अब तक कार्यदायी संस्था ने जो भी दावे किये थे वह झूठ का पुलिंदा साबित हुए हैं। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद यमुना का प्रदूषण कम होना तो दोर्र वह लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आज तक इस सम्बन्ध में जो भी दावे किये गए वो सब खोखले ही साबित हुए हैं किस तरह कि घोर लापरवाही इस योजना में बरती गयी है उसकी पोल खुल चुकी है।

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

१० लाख का गुटखा खा जाते हैं ब्रजवासी


मथुरा। क्या आप जानते हैं कि मथुरा जनपद के लोग प्रतिदिन १० लाख रुपये का गुटखा खा जाया करते हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार ब्रजवासी गुटखा खाने के इतने शौकीन हो चुके हैं कि वह अब हर रोज़ १० लाख रुपये का गुटखा खा जाते है। गुटखा कि खपत मथुरा आगरा फिरोजाबाद कानपूर और अलीगड़ जैसे शहरों में बहुत है और इन शहरों ने अन्य जिलों का रिकार्ड तोड़ रखा है। कई लोगों को केंसर और अन्य तरह कि गले कि बीमारियाँ भी हो रही हैं फिर भी गुटखे कि बिक्री में कोई कमी नहीं आयी है।

बुधवार, 3 फ़रवरी 2010

बाघ और उसकी प्रजाति को बचाना होगा.


क्या आप जानते हैं कि पूरे भारत में बाघों कि संख्या गहत कर मात्र १४११ रह गयी है जो पर्यावरण के लिए घातक है। इन दिनों पूरे देश में एक अभियान इस विषय को लेकर चलाया जा रहा है वह है जनता में इसके प्रति जागरूकता लाना एस एम् एस के माध्यम से ब्लॉग के माध्यम से, आपस में बातचीत के द्वारा और समाचार पत्रों और विभिन्न चेनलों के द्वारा यह सनेश आम जन मानस में प्रसारित और प्रचारित करना ही एक मात्र हल है जिस्सके द्वारा लोगों को यह बताना होगा कि वह बाघों के शिकार को रोकने और इनके प्रजनन के प्रति गंभीरता से सोचें। आइये हाथ मिलाकर इस अभियान को सफल करें।

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