बुधवार, 25 नवंबर 2009

मनमोहन के सम्मान में आयोजित भोज चर्चा का विषय


शाही शानो-शौकत वाले व्हाइट हाउस में पहले भी कई भारतीय नेताओं को दावत की मेजबानी की जा चुकी है लेकिन इस बार राजकीय सम्मान में प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह को दिए जाने वाले रात्रिभोज का आयोजन होने से पहले ही मीडिया में अभूतपूर्व कवरेज मिला है क्योंकि यह ओबामा प्रशासन में होने वाला इस तरह का पहला समारोह होगा।अमेरिकी मीडिया ने पकवानों और मेहमानों की फेहरिस्त के बारे में अटकलें लगा कर और राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत के बढ़ते दबदबे के प्रति दर्शाए रूख को रेखांकित कर इस आयोजन पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर दिया है।वॉशिंगटन पोस्ट’ ने खबर दी कि व्हाइट हाउस आने के करीब एक साल बाद राष्ट्रपति ओबामा और प्रथम महिला इस पहले राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगी। साल भर में वे गर्वनरों के रात्रिभोज, विभिन्न लोगों को दिए भोज तथा असंख्य दावतों के साथ मेहमाननवाजी के अपने हुनर में इजाफा कर चुके हैं।विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्र को ‘ब्लैक टाय’ में बंधने का मौका मिलेगा। अगर परंपरा बरकरार रहती है तो रात्रिभोज से कुछ ही घंटों पहले मेहमानों की सूची के विवरण का खुलासा हो जाएगा।‘वॉशिंगटन पोस्ट’ के मुताबिक, 77 वर्षीय शाकाहारी प्रधानमंत्री के लिए विभिन्न शाकाहारी पकवान रखे जाएँगे और निस्संदेह रूप से उनका पहले खुलासा किया जाएगा।स्वतंत्रता के बाद से पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर लगभर हर भारतीय प्रधानमंत्री ने व्हाइट हाउस में रात्रिभोज में भाग लिया है। लेकिन सभी भोज औपचारिक राजकीय रात्रिभोज नहीं थे, जो किसी राष्ट्र या सरकार के प्रमुख के सम्मान में दिए जाते हैं।संघीय सरकार राजकीय रात्रिभोज से पहले हमेशा राजकीय यात्रा के आगमन का समारोह दिन में साउथ लॉन में आयोजन करती है।नेहरू के लिए अक्टूबर 1949 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने ब्लेयर हाउस में पाँच कोर्स का रात्रिभोज दिया था क्योंकि तब व्हाइट हाउस में मरम्मत चल रही थी। भोज के लजीज पकवानों में भूनी हुई टर्की अदरक की बीयर और आड़ू का सलाद शामिल था।सोलह दिसंबर 1956 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट डी. इजेनहोवर ने नेहरू के साथ ही उनकी पुत्री इंदिरा गाँधी के लिए रविवार का भोज दिया। इंदिरा बतौर प्रधानमंत्री 28 मार्च 1966 को लिंडन बी. जॉनसन के प्रशासन में व्हाइट हाउस आई थीं। पाँच साल बाद राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने व्हाइट हाउस के दस्तरख्वान में इंदिरा के लिए रात्रि भोज की मेजबानी की। इस दौरान महोख (फेजेंट) और मक्खन युक्त शतावर परोसा गया।इंदिरा की हत्या के एक साल बाद राजीव गाँधी के लिए रीगन ने व्हाइट हाउस में रात्रिभोज दिया। वर्ष 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी और जुलाई 2005 में सिंह के सम्मान में भी समान तरह के आयोजन हुए।वाजपेयी के लिए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मेजबानी में साउथ लॉन में शामियाने में भव्य रात्रिभोज दिया गया था। इसमें चावल और सेम से बना सालन और लीची परोसी गई। बुश के सिंह को दिए भोज में भारतीय जायका शामिल था। मेहमानों को बासमती चावल और आम की आइसक्रीम परोसी गई।राजकीय रात्रिभोज संघीय सरकार देती है और इसकी निगरानी विदेश मंत्रालय के एक राजनयिक या राजदूत करते हैं। 19वीं शताब्दी की शुरुआत में राष्ट्रपति की कैबिनेट, कांग्रेस तथा अन्य पदाधिकारियों के सम्मान में दिए गए भोज भी राजकीय रात्रिभोज कहलाते थे।सबसे पहले 12 दिसंबर 1874 को यूलीसिस एस ग्रांट ने हवाई किंगडम के किंग डेविड कालाकुआ के सम्मान में व्हाइट हाउस में राजकीय भोज दिया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

फ़ॉलोअर

ब्लॉग आर्काइव