गुरुवार, 8 दिसंबर 2011

तथाकथित मुहर्रम कमिटी के रवईये से मुसलमानों में आक्रोश

तथाकथित मुहर्रम कमिटी  के रवईये से मुसलमानों में आक्रोश 
मथुरा ८ दिस .जिला साम्प्रदायिकता  विरोधी कमिटी के महामंत्री ज़हीर आलम एडवोकेट ने भरतपुर गेट पर आज तथाकथित मुहर्रम कमिटी द्वारा ग़म के मौके पर साफे और तालियों के साथ खुशगवार माहौल बनाते हुए सत्ताधारी दल के भावी प्रत्याशी का स्वागत सत्कार और आपस में एक दूसरे का स्वागत करके आम मुसलमानों की भावना से खिलवाड़ किये जाने की निंदा की है.उल्लेखनीय है कि शिया और सुन्नी दोनों तरह के मुसलमान मुहर्रम के महीने को ग़म कमाहीना मानते हें और इस महीने की ९ वीं तारिख को इमाम हुसैन और उनके ७२ साथियों की शहादत की याद में अपने अपने तरीके से ग़म का इजहार करतेहें.आज जबकि प्याले के जुलुस में शहनाई पर नआत-ए- पाक  पड़ी जा रही थी वहां कथित मुहर्रम कमिटी के आमंत्रण पर मथुरा वृन्दावन  विधानसभा क्षेत्र के बसपा कोऔर्दीनेतर डाक्टर अशोक अग्रवाल का साफा बांध कर स्वागत किया गया गया और तालियाँ बजाई गयी.
सिलसिला आगे बड़ा और कमिटी के सदस्यों ने आपस में एक दुसरे को तालियाँ बजाकर साफे बांधे .मुस्लमान जबकि गमजदा होते हें तब उनके यहाँ सब शुभ काम और ख़ुशी का इजहार निषेध है .ऐसे में मुहर्रम कमिटी के द्वारा किसी नेता का स्वागत सत्कार मुसलमानों को काफी नागवार गुजरा और आम धार्मिक अस्थावाले मुसलमानों को चोट पहुंची..आज से चौदह सौ साल पहले हुई शहादत और कुर्बानी का मुहर्रम कमिटी ने मजाक बना कर रख दिया जिससे मुसलमानाने शहर मथुरा में रोष है .-

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