शुक्रवार, 29 जनवरी 2010

कल बेहद खूबसूरत नजर आएगा मंगल

नई दिल्ली। खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए एक खुशखबरी है। लाल ग्रह यानी मंगल शुक्रवार पृथ्वी से सर्वाधिक बड़ा और अत्यंत चमकीला नजर आएगा।

शुक्रवार पृथ्वी से मंगल की दिशा में भी परिवर्तन होगा क्योंकि पृथ्वी सूर्य और मंगल के बीच होगी। यह खूबसूरत नजारा शुक्रवार सुबह एक बज कर 37 मिनट पर देखा जा सकेगा। 'साइंस पापुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्युनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स' के निदेशक सी बी देवगन ने बताया कि हर दो साल में मंगल ग्रह एक बार पृथ्वी के करीब आता है। शुक्रवार यह ग्रह पृथ्वी के बेहद करीब था। इसे नंगी आंखों से देखा जा सकता था।

शुक्रवार को लाल ग्रह की पृथ्वी से दूरी 0.6639 एस्ट्रॉनोमिकल यूनिट होगी। देवगन ने बताया कि मंगल को सूर्य के आसपास एक चक्कर लगाने में करीब 687 दिन लगते हैं जबकि पृथ्वी 365 दिन में सूर्य का एक चक्कर पूरा करती है। जाहिर है कि दोनों की गति में अंतर है। इसीलिए मंगल दो साल में एक बार पृथ्वी के करीब आ जाता है।

देवगन ने बताया कि आसमान में पूर्व की ओर दूरबीन रख कर स्पष्ट, चमकते हुए मंगल ग्रह को देखा जा सकता है। मंगल की सतह पर आयरन आक्साइड की मात्रा दस फीसदी है जिसकी वजह से यह ग्रह लाल नजर आता है। नेहरू प्लेनेटोरियम की निदेशक एन रत्नाश्री ने बताया कि इस बार जब पृथ्वी सूर्य और मंगल के बीच आएगी तब मंगल धीरे-धीरे पीछे की ओर जाएगा और बाद में सामान्य तरीके से आगे आ जाएगा। यह दिलचस्प नजारा होगा।

उन्होंने बताया कि अब अगली बार पृथ्वी तीन मार्च 2012 को सूर्य और मंगल के बीच आएगी तथा पांच मार्च 2012 को मंगल पृथ्वी के सर्वाधिक करीब होगा। पिछली बार 24 दिसंबर 2007 को लाल ग्रह पृथ्वी के बेहद करीब था।

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