रविवार, 13 दिसंबर 2009

घबराएँ नहीं २०१२ में प्रलय नहीं होगा


जकार्ता। जो लोग 2012 में प्रलय की खबरों से भयभीत हैं वे इस खबर को पढ़कर सुकून महसूस कर सकते हैं। इंडोनेशिया के नेशनल इंस्टीट्यूट आफ एरोनाटिक्स एंड स्पेस [लापान] ने कहा है कि 2012 में धरती पर कोई आपदा नहीं आने जा रही। दैनिक जागरण के अनुसार
हाल ही में प्रदर्शित हुई हालीवुड फिल्म '2012' से लोगों में एक भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है कि दो साल में धरती खत्म होने वाली है। '2012' माया सभ्यता के उस कैलेंडर पर आधारित है जो 21 दिसंबर, 2012 को खत्म हो रहा है। लापान में वरिष्ठ शोधकर्ता थामस जमालुद्दीन के मुताबिक 'लोगों को सौर तूफानों के बारे में जानना जरूरी है ताकि वे यह जान सकें कि 2012 का मिथक सही नहीं है। हालांकि 2012 को लोग कई चीजों से जोड़ते हैं। जब लोग भविष्यवाणी को किसी उल्कापिंड के पृथ्वी से टकराने के बारे कहते हैं, तो इसका मतलब साफ है कि उन्हें विज्ञान के बारे में जानकारी नहीं है। सौर तूफान किसी भी तरह का सर्वनाश नहीं कर सकते क्योंकि इन तूफानों का पृथ्वी पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ता। यह सौर तूफान 2013 में आएंगे। इन सौर तूफानों में कुछ भी खास नहीं है क्योंकि ये हर 11 साल में आते हैं।'
आने वाले सौर तूफान में इसलिए भी देर हो सकती है क्योंकि अंतरिक्ष विज्ञानियों ने अभी तक कोई भी प्रभावशाली सूर्य के धब्बा नहीं देखा। पहले अनुमान लगाया गया था कि 2006-07 में ये सूर्य के धब्बे बनना शुरू हो जाएंगे।

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